द लल्लनटॉप की वेबसाईट से मेरा साबका कुछ महीनों पहले ही पडा और देखते ही मैं इसका मुरीद हो गया. इसके कारण भी अनेक थे. पहला इसका खांटी देसी नाम जो पहली ही नज़र में आपको आकर्षित करता है.दूसरा, इसके एंकर/ संपादक श्री सौरभ द्विवेदी का अंदाज़ेबया जो अपने को ज्यादा ही भा गया. एक तो वे ओरई के हैं जो बुन्देलखंड का हिस्सा है और अपन भी बुन्देलखंड टीकमगढ़ के ठहरे तो एक रिश्ता बन ही जाता है भले ही अबतक अपना सीधा संवाद सौरभ से स्थापित न हुआ हो. उनके नाम का पहला हिस्सा सौरभ मुझे अपने बहुत ही अज़ीज़ इलाहाबादी मित्र और बेवाक पत्रकार प्रदीप सौरभ की भी याद दिलाता है जिनके साथ हिंदुस्तान टाइम्स प्रकाशन समूह में मेरे काफी अच्छे बुरे दिन बीते. बहरहाल यह अलग प्रसंग है.
लल्लनटॉप की वेबसाईट पर जाएँ तो आपका स्वागत एक अजीबोगरीब लल्लन टॉप लोग्लाइन से होता है : " मम्मी कसम मिलेगा मारक मज़ा" इस मारक मज़ा को मैंने कई बार ज़रूरतमंद हो कर तो कभी गैर ज़रूरतमंद हो कर लिया है . हो सकता है आपको इस लोग्लाइनकी भाषा संभ्रांत श्रेणी की न लगे लेकिन अगला मम्मी की कसम खा रहा है तो फिर मज़ा लेने में संकोच क्यों.
तो सबसे पहले मैं लल्लन टॉप के स्टूडियो में सौरभ द्विवेदी द्वारा लिए गए एक विशेष ज़मात के बॉलीवुड सेलेब्रिटीज के इंटरव्यूज की बात करूंगा . सेलेब्रिटीज की इस ज़मात को जोड़ने और उनसे बातचीत करने से पहले सौरभ अपना होमवर्क काफी अच्छी तरह से करते हैं और जिन सेलेब्रिटीज को वे बुलाते हैं या जो सेलेब्रिटीज उनके स्टूडियो में आते हैं वे ज्यादर युवा वर्ग के होते हैं और इन इंटरव्यूज को देखकर-सुनकर आप सचमुच में तृप्त होते हैं.
तृप्त इस मायने में क्योंकि यहाँ जो कुछ भी घटता है वह इतना अनौपचारिक ढंग से सामने आता है कि आपको लगता है जैसे आप भी इस पूरे कार्यकलाप के एक अंग बन गए हैं. चहारदीवारी वाली ग्लेमर की दुनिया भी यहाँ आकर आपको अपनी सी लगने लगती है और वे सेलेब्रिटीज जिन्हें परदे पर आप देखते और सराहते हैं, आपकी अपनी दुनिया के हिस्सा बन जाते हैं. यहाँ अर्णव गोस्वामी, राजीव मसंद, कोमल नाहटा , तरन आदर्श, अनुपमा चौपडा, जैसाअभिजात्य नज़र नहीं आता और न ही कोई औपचारिक खांचे में डाले हुए सवाल. लल्लनटॉप पर सब कुछ बड़े ही सहज और स्वाभाविक ढंग से संपन्न होता है.
हाल ही में सौरभ द्वारा मुक्काबाज फिल्म की टीम, जिसमें अनुराग कश्यप, विनीत कुमार सिंह और जोया हुसैन शामिल हैं, से लिया गया एक इंटरव्यू याद आ रहा है. इंटरव्यू संपन्न होते-होते रात का एक बज रहा है. बैड पर सौरभ द्विवेदी के सामने रजाई/कम्बल औढे तीन शख्स बैठे हैं - अनुराग, विनीत और जोया. बातचीत, हंसी मज़ाक, कटाक्ष, कविता, गीत सब कुछ इतना सहज ढंग से चल रहा है कि आप पूरी तरह एंगेज हो जाते हैं.
लल्लनटॉप के स्टूडियो के अलावा लल्लनटॉप का एक अड्डा भी है जिस के ज़रिये मेरी वर्चुअल मुलाकात बॉलीवुड की अनेक हस्तियों से हो चुकी है इनमें पीयूष मिसहरा , स्वानंद किरकिरे, स्वरा भास्कर, सुधीर मिसहरा , वरुण ग्रोवर, जयदीप साहनी, पंकज त्रिपाठी, अनुपम खेर, इरफ़ान, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, संजय मिश्रा, अनुष्का शर्मा, रणवीर हुड्डा, अनुराग कश्यप, विनीत सिंह, जोया हुसैन, राधिका आप्टे, सिंगर कम्पोजर रचिता, गायिका पावनी, इरशाद कामिल, आदि सभी शामिल हैं.
सौरभ द्विवेदी, दुनिया में घट रही सभी प्रमुख घटनाओं की पूरी खबर रखते हैं और दिग्गज पोलिटिकल लीडर्स के इंटरव्यू भी करते रहते हैं, राजनीतिक मामलों पर उनकी पकड़ गहरी है और देश में घट रही घटनाओं से रूबरू होते हुए उन पर अपने ढंग से टीका टिपण्णी भी करते हैं.
कुल मिलाकर इस वेबसाईट पर यह मेरी पहली ही प्रत्रिक्रिया है ..आगे भी चर्चा होती रहेगी. फिलहाल लल्लनटॉप डॉट कॉम की पूरी टीम को जीवंत बने रहनेऔर हमें भी जीवंत रखने के लिए आभार और अनेक शुभकामनाएं.
रमेश तैलंग / 9211688748