tag:blogger.com,1999:blog-1288015602022068024.post1303144610548949348..comments2023-11-18T11:21:33.087-08:00Comments on रमेश तैलंग: शाने तारीख : पंद्रहवीं शताब्दी के महान चरित्र-नायक की शौर्यगाथाUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1288015602022068024.post-17617365551964630262014-01-22T23:26:58.453-08:002014-01-22T23:26:58.453-08:00मैं आभारी हूँ भाई तुषार जी का उनकी ज़र्रा नवाज़ी क...मैं आभारी हूँ भाई तुषार जी का उनकी ज़र्रा नवाज़ी के लिए। अभिभूत हूँ परम विद्वान श्री रमेश तैलंग जी की यह समीक्षा पढ़कर। अनुग्रहीत हूँ अपने इस ऐतिहासिक उपन्यास के प्रकाशन हेतु लोकभारती प्रकाशन इलाहाबाद का। मेरे पाठकों को मेरा नमन एवं अभिनन्दन।सुधाकर अदीब https://www.blogger.com/profile/06717441364320808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1288015602022068024.post-7554913709338100802014-01-22T16:58:26.945-08:002014-01-22T16:58:26.945-08:00बहुत ही उम्दा उपन्यास |सुधाकर अदीब जी श्रीलाल शुक्...बहुत ही उम्दा उपन्यास |सुधाकर अदीब जी श्रीलाल शुक्ल जी की परम्परा के उपन्यासकार हैं | अपनी व्यस्त प्रशासनिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए जिन कुछ अधिकारियों हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है उसमें सुधाकर अदीब जी का नाम और काम दोनों सराहनीय है |उनकी कलम को मेरा नमन |शाने तारीख़ें साहित्य के इतिहास में याद रखने लायक और दर्ज किये जाने लायक उपन्यास है |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.com